पंचकूला जिले के बारे में

पंचकूला


स्थापना – 15 अगस्त 1995
  • उपमंडल – पंचकूला, कालका
  • उप-तहसील – बरवाला, मोरनी, रायपुर रानी
  • खंड – बरवाला, पिंजौर, मोरनी, रायपुर रानी
इतिहास
स्थापना 15 अगस्त 1995 को 17वां जिला बनाया गया था।
इस जिले के उत्तर और पूर्व में हिमाचल प्रदेश, दक्षिण में अंबाला और पश्चिम में चंडीगढ़ व पंजाब लगते हैं ।
यहां के दो मंदिरों में से एक मंदिर पटियाला रियासत के राजा कर्म सिंह ने 1861 ईस्वी में बनवाया था । उस समय इसका नाम पंचपुरा था जो बाद में चेंज होकर पिंजौर के नाम से जाने जाने लगा।
पिंजौर मुगल बाग़ के लिए जाना जाता है जिसे सत्रहवीं सदी में फिदा-ऎ-खान ने बनवाया था। आधुनिक काल में इस बाग को पटियाला के महाराजा यादविंदर सिंह की याद में यादवेंद्र गार्डन के नाम से जाना जाता है।
पंचकूला के पर्यटक स्थलों में मोरनी पहाड़ियां और कालका देवी मंदिर काफी ज्यादा मशहूर है।
  • यह हरियाणा राज्य का सबसे छोटा जिला है I (898 वर्ग किलोमीटर)
  • हरियाणा राज्य की सबसे कम जनसंख्या भी किसी जिले में है I (जनसंख्या – 558890)
  • हरियाणा राज्य में सबसे अधिक वनों की संख्या भी किसी राज्य में पाई जाती है (400 वर्ग किलोमीटर)

महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल
जैनेंद्र जैन गुरुकुल
पंचकूला के सेक्टर 11 में स्थित यह गुरुकुल आज भी अपने समृद्ध इतिहास की गवाही देता है। इस गुरुकुल की स्थापना 21 फरवरी 1929 में स्वामी धनीराम व उसके शिष्य आचार्य कृष्णचंदर् के द्वारा की गई थी।

मनसा देवी मंदिर, पंचकुला़
चंडीगढ़ से लगभग 9 किलोमीटर दूर मनीमाजरा के निकट शिवालिक पहाड़ियों के प्रथम शिखर पर सुशोभित माता मनसा देवी का प्रसिद्ध ऐतिहासिक मंदिर है। मनसा देवी मंदिर में उत्तर भारत के लोगों की काफी मान्यता है।
भीमा देवी मंदिर

काली माता मंदिर, कालका
पहाड़ी क्षेत्र कालका में कालका-शिमला मार्ग पर पहाड़ियों से घिरा काली माता मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है।

पिंजौर का यादवेंद्र उद्दान
पिंजौर के यादवेंद्र उद्यान को उत्तरी भारत का नंदनवन भी कहा जाता है।

मोरनी हिल्स
शिवालिक गिरिमाला में स्थित मोरनी नाम का पहाड़ी क्षेत्र एक बेहद प्रसिद्ध लोकप्रिय पर्यटक स्थल है। मोरनी पहाड़ियों में स्थित करोह हरियाणा राज्य का सबसे ऊंचा स्थान है I

पिंजौर
यहां का मुगल गार्डन भारत के गिने चुने उद्यानों में से एक है, जिसका निर्माण वर्ष 1661 में औरंगजेब के चचेरे भाई व पंजाब के गवर्नर फिदाईखान ने पंजाब विलयले के उपलक्ष में करवाया था। जिसका विस्तृत विवरण वर्ष 1696 में मुंशी सुजानराय द्वारा लिखित किताब खुलास-तु-तवारीख में भी मिलता है।

प्रमुख उद्योग
  • 1)पंचकुला अर्बन स्टेट,
  • 2)एचएमटी पिंजौर,
  • 3)सूरजपुर उद्योगिक क्षेत्र व

नदीं – घग्गर नदी, सिरसा नदी, और कौशल्या नदियां बहती हैं ।
Highwa – नेशनल हाईवे 22 अंबाला से पंचकूला होते हुए गुजरता है