गुडगाँव (गुरुग्राम) जिले के बारे में

गुडगाँव (गुरुग्राम) 



साइबर सिटी गुरुग्राम
स्थापना – 1 नवंबर 1966
मुख्यालय – गुडगांव
  • उप-मंडल – सोहना, पटौदी, दक्षिणी वह उतरी गुडगांव।
  • तहसील – गुडगांव, पटौदी, सोहना, फर्रुखनगर और मानेसर।
  • खंड – फरुखनगर, गुडगांव, पटौदी और सोहना।
लिंगानुपात 854 हरियाणा का सबसे कम लिंग अनुपात ईसी जिले का है।

इतिहास
गुडगांव का नाम गुरु द्रोणाचार्य से जुड़ा है। कहा जाता है कि गुरु द्रोणाचार्य को उनके शिष्यों ने इसे गुरु दक्षिणा के रूप में भेंट दिया था। इसलिए इसे गुरुग्राम भी कहा जाने लगा और आगे चलकर यह गुडगांव के नाम से जाना जाने लगा। इस गांव का पूरा नाम गुड़गांव मसानी था क्योंकि यहां पर मसानी माता (चेचक की देवी शीतला)  का प्राचीन मंदिर स्थित है। गुडगावा जिले के गठन के समय यहां तीन रियासतें तथा 11 परगने थे। जिले का सबसे पहला डी.सी. केवन्डिश बना था, जिसे लोग घमंडी साहब कह कर भी पुकारते थे।
मारुति उद्योग, जापान के होंडा मोटर्स, सुजुकी मोटरसाइकिल उद्योग आदि उद्योगों ने गुडगांव का नाम दुनिया में रोशन किया है। सॉफ्टवेयर निर्माण में चेन्नई और बेंगलुरु के बाद गुड़गांव का देश में तीसरा स्थान है। गुरु द्रोणाचार्य की पत्नी शीतला माता के नाम से शीतला माता मंदिर भी यहां का बहुत प्रसिद्ध मंदिर है।
  1. सुल्तानपुर झील
  2. खलीलपुर झील
  3. कोटला झील यहीं पर स्थित है।
  4. इसके अलावा सोना का किला भी यहां पर स्थित है।
  5. नेहरू स्टेडियम भी यहां पर स्थित है।
पुलिस कमिश्ननरेट
हरियाणा में गुड़गांव ऐसा पहला जिला है जहां पुलिस कमिश्ननरेट सिस्टम लागू किया है। इसके अंतर्गत पुलिस महानिरिक्षक रैंक के अधिकारी को पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है, जिसके अधीन भारतीय पुलिस सेवा के छह पुलिस आयुक्त कार्यरत हैं।
नगर निगम
गुड़गांव नगर परिषद को राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2008 में नगर निगम का दर्जा दिया गया।

महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल
शमां पर्यटन केंद्र
गुडगांव नगर में हरियाणा पर्यटन निगम की ओर से सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त शम्मा पर्यटन केंद्र दिल्ली-गुडगांव मार्ग पर स्थित है।

शीतला माता मंदिर
माता शीतला मंदिर का निर्माण महाराजा भरतपुर ने करवाया था।
हरियाणा सरकार ने श्री माता शीतला देवी पूजा स्थल बोर्ड का गठन सन् 1991 में किया। इस बोर्ड के 11 सदस्य हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री इसके प्रमुख अध्यक्ष हैं।

गर्म जल का चश्मा, सोहना
गुड़गांव जिले का विश्व विख्यात स्थान सोहना अपने गर्म जल स्रोतों के कारण अपनी पहचान दूर-दूर तक कायम कर चुका है।

दमदमा झील
सोहना से मात्र 8 किलोमीटर की दूरी पर प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर दमदमा झील है। मछली शिकार के शौकीन पर्यटकों के लिए यह एक रमणीय स्थल है।

पटौदी महल
हरियाणा के गुडगांव जिले के छोटे से कस्बे पटौदी में वास्तुकार हैंज ने नवाब इब्राहिम अली खाँ के महल का डिजाइन बनाया और परिणाम स्वरुप सन 1935 में पटौदी महल नाम से एक भव्य भवन निर्मित किया, जिसे गांव के लोग वाइट पैलेस के नाम से पुकारते हैं। अब इस महल में नीमराणा समूह की ओर से हेरिटेज होटल चलाया जा रहा है।

सुल्तानपुर पक्षी विहार
राजधानी दिल्ली से 46 किलोमीटर दूर गुड़गांव-फरुखनगर सड़क पर हरियाणा का अति सुरम्य सुल्तानपुर पक्षी विहार स्थित है।

सराय अलावादी गांव की मस्जिद
यह प्राचीन मस्जिद अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल में बनाई गई थी।

फरुखनगर
गुडगांव जिले में स्थित फरुखनगर नामक एक छोटा सा नगर है। यहां बड़ी मात्रा में नमक मनाया जाता था और बाहर भेजा जाता था। 1865 मैं यहां पुरानी राजपूताना मालवा रेलवे लाइन भी बिछाई गई थी।यहां के बीचोल शासक दलेल खाँ ने ईस नगर को अष्टभुजीय आकृति में बनवाया था।

सोहना
यहां पर झरने का पानी गंधक की वजह से गर्म निकलता है।  लोग मानते हैं कि इस पानी में त्वचा रोगों को दूर करने की क्षमता है। यहां कि सरकार ने विश्राम गृह में सन 1975 से 1977 तक आपातकाल के दौरान मोरारजी देसाई और देवीलाल सरीखे नेताओं को नजरबंद करके रखा गया था।