यमुनानगर जिले के बारे में

यमुनानगर


स्थापना – 1 नवंबर 1989
  • मंडल – जगाधरी, बिलासपुर
  • तहसील – जगाधरी, छछरौली, बिलासपुर, रामपुर
  • उप तहसील – सढौर, मुस्तफाबाद
  • खंड – बिलासपुर, छछरौली, जगाधरी, रादौर, सढौर,    मुस्तफाबाद
इतिहास
यह नगर पश्चिमी यमुना नहर के तट पर स्थित है। इसका गठन 1 नवंबर 1989 को हुआ था। इसके आसपास जो जिले हैं वह करनाल, कुरुक्षेत्र, और अंबाला हैं और जो राजय हैं वो हैं हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश । इस नगर का पुराना नाम अब्दुल्लापुर था । यह जिला प्रमुख रूप से उद्योगों के विकास के लिए विख्यात है । कागज मिल, शुगर मिल, पेपर मिल, और धातुओं के उत्पादन के कारण यह जिला काफी फेमस है ।

महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल
ताजेवाला कॉन्प्लेक्स
यह यमुनानगर में जगाधरी पावटा मार्ग पर ताजेवाला तथा कलेसर में ही सम्मनीय स्थल हैं जो एक दूसरे से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं इस में यमुना नदी पर बनाया गया ताजेवाला हैंड वर्कर्स प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है यहीं से यमुना नदी से पश्चिमी यमुना नहर तथा पूर्वी यमुना नहर निकलती है I

हथनीकुंड कॉन्पलेक्स
ऐसा माना जाता है कि पांडवों ने अपने वनवास का कुछ समय शिवालिक की पहाड़ियों में भी व्यतित् किया था I हथिनी कुंड के निकट दादूपुर स्थान है जहां 60 दरी यमुना जल को नियंत्रित करने के लिए बनी है I

बीरबल का रंगमहल
यमुनानगर से 12 किलोमीटर दूर बुढ़िया नामक एक प्राचीन कस्बे के समीप बीरबल ने अपने रहने के लिए आबादी से दूर जंगलों में रंग महल का निर्माण कराया था, जो उस समय आमोद-प्रमोद का प्रमुख साधन रहा होगा I

चनेटी स्तूप (जगाधरी)
जगाधरी नगर से 3 किलोमीटर दूर पूर्व दिशा में स्थित स्तूप का प्रथम विवरण चीन के विद्वान यात्री हेनसांग के यात्रा चरणों से प्राप्त होता है I वे यहां सम्राट हर्षवर्धन के शासनकाल में आए थे I हेनसांग ने लिखा है कि यह स्तूप सुघ गांव से पश्चिम की ओर यमुना के दाएं तरफ प्रदेश में स्थित है I

गुरुद्वारा कपाल मोचन
यमुनानगर के बिलासपुर स्थित कपाल मोचन सरोवर के पूर्व में गुरु गोविंद सिंह जी का गुरुद्वारा है 1687 ईस्वी में गुरु जी ने 52 दिन का यहां पर पडाव डाला था तथा युद्ध के दौरान अपने शषत्रों को धोया था I

चिट्ठा मंदिर
यहां स्थित हनुमान मंदिर में स्वेत हनुमान की मूर्ति की स्थापना 70 वर्ष पूर्व की गई थी I कहा जाता है कि इस पवित्र भूमि पर कौरवों तथा पांडवों का युद्ध हुआ था I यहां स्थित हनुमान जी की स्वेत प्रतिमा को चिट्ठा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है I इस स्थान को महंत श्री गंगा नंद गिरी जी की तपोस्थली होने का भी गौरव प्राप्त है I

ताजेवाला
यमुनानगर स्थिति ताजेवाला एक रमणीय स्थल है I यहां स्थित ताजेवाला हैंडवर्क बहुत ही प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है I इसी स्थान से यमुना नहर भी निकलती है I

कालेसर
कालेसर स्थित 5098  हेक्टेयर क्षेत्र में चिनार एवं शाल के वृक्ष पाए जाते हैं I यह स्थल विश्राम एवं मनोविनोद के लिए प्रसिद्ध है I

आदि बद्री
यमुनानगर जिले में बिलासपुर के उत्तर में शिवालिक की पहाड़ियों के समीप यह पौराणिक गांव बसा है I ऐसा माना जाता है कि यह स्थान सरस्वती नदी का उद्गम स्थान रहा होगा I

बसंतुर
यमुनानगर जिले के उत्तर पूर्व में बसंतुर नाम का नगर बसा है I इस स्थान का संबंध राजा शांतनु से माना जाता है I

कलसिया रियासत का किला
यमुनानगर में जगाधरी पावटा साहिब मार्ग पर 15 किलोमीटर दूर स्थित छछरौली में कलसिया रियासत का किला है I यह किला अंग्रेजों ने पंजाब के सरदार रणजीतसिंह व सरदारसिंह को इनाम रूप में दिया था I इस किले को “रानी की खिड़की” भी कहा जाता है I

इसके अलावा यमुनानगर के
सूर्यकुंड मंदिर (अमादलपुर) और
लक्कड़हारा मंदिर (जगाधरी) में स्थित है I
  और यहां पर एक बुद्धू साह के नाम से भी गुरुद्वारा प्रसिद्ध है I

प्रमुख उद्योग धंधे
1)बल्लारपुर पेपर मिल 1929,
2)सरस्वती शुगर मिल 1933,
3)भारत स्टार केमिकल लिमिटेड 1938,
4)रेलवे कैरिज एंड वैगन वर्कशॉप 1952,
5)यमुना गैस लिमिटेड 1973,
6)बिल्ट स्टेडियम