हरियाणा राज्य के अब तक के मुख्यमंत्री

हरियाणा राज्य के अब तक के मुख्यमंत्री


1. श्री भगवत दयाल शर्मा – 01.11.1966 – 23.03.1967
2. राव वीरेंद्र सिंह – 24.03.1967 – 20.11.1967
3. राष्ट्रपति शासन – 21.11.1967 – 21.05.1968
4. श्री बंसीलाल – 22.05.1968 – 30.11.1975
5. श्री बनारसी दास गुप्त – 01.12.1975 – 29.04.1977
6. राष्ट्रपति शासन – 30.04.1977 – 21.06.1977
7. श्री देवी लाल – 21.06.1977 – 28.06.1979
8. श्री भजनलाल – 28.06.1979 – 04-06-1986
9. श्री बंसीलाल – 05.06.1986 – 19.06.1987
10. श्री देवीलाल – 20.06.1987 – 02-12-1989
11. श्री ओमप्रकाश चौटाला – 02.12.1989 – 22.05.1990
12. श्री बनारसी दास गुप्त – 23.05.1990 – 12.07.1990
13. श्री ओमप्रकाश चौटाला – 12.07.1990 – 17.07.1990
14. श्री हुकम सिंह – 17.07.1990 – 22.03.1991
15. श्री ओम प्रकाश चौटाला – 22.03.1991 – 06.04.1991
16. राष्ट्रपति शासन – 06.04.1991 – 23.06.1991
17. श्री भजनलाल – 23.06.1991 – 10.05.1996
18. श्री बंसीलाल – 11.05.1996 – 23.07.1999
19. श्री ओमप्रकाश चौटाला – 24.07.1999 – 01.03.2000
20. श्री ओमप्रकाश चौटाला – 02.03.2000 – 04.03.2005
21. श्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा – 05.03.2005 – 24.10.2009
22. श्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा – 25.10.2009 – 25.10.2014
23. श्री मनोहर लाल खट्टर – 26.10.2014 – अब तक
1. श्री भगवत दयाल शर्मा – पंडित जी के नाम से लोकप्रिय भगवत दयाल शर्मा का जन्म 26 जनवरी सन 1917 को जिला झज्जर के गांव बेरी में मुरारीलाल शर्मा के घर में हुआ था। सन् 1941 से 42 में भी कांग्रेस के आंदोलनों में भी शामिल होने के कारण तीन बार जेल गए। यह लंबे समय तक पंजाब इंटक के अध्यक्ष भी रहे और सन 1962 में पंजाब विधानसभा के सदस्य भी चुने गए। कैरों मंत्रिमंडल के सदस्य रहे और सन 1966 में हरियाणा गठन के बाद यह राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बने। 12 मार्च सन 1967 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की, परंतु विश्वास मत और बहुमत न होने के बाद 1 सप्ताह के भीतर ही इन्होंने इस्तीफा दे दिया था। इस प्रकार ये 4 महीने, 22 दिन तक मुख्यमंत्री रहे। ये 1968 में राज्यसभा के सदस्य बने। 1969 में कांग्रेस विभाजन के समय ईन्होने मोरारजी देसाई का साथ दिया था।
सन 1975 में मीसा के अंतर्गत ये नजर बंद कर दिए गए थे और गंभीर रूप से अवश्य स्वस्थ होने पर ईन्हें अस्पताल में भी दाखिल करवाया गया। सन 1977 में करनाल से जनता पार्टी के टिकट पर MP बने। परंतु राज्यपाल बनने पर शीघ्र ही उन्होंने त्याग पत्र दे दिया। 30 अप्रैल सन 1980 से 14 मई सन 1984 तक यह उड़ीसा और मध्य प्रदेश के राज्यपाल भी नियुक्त रहे। जब यह मध्य प्रदेश के राज्यपाल थे तो उनकी पत्नी का देहांत हो गया था।
4. श्री बंसीलाल – हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय रक्षा मंत्री बंशीलाल का जन्म 26 अगस्त सन 1927 को गांव गोलागढ़, जिला भिवानी में हुआ था। इन्हें विकास पुरुष के नाम से भी याद किया जाता है। बंसीलाल सन 1967, 1968, 1972, 1986, 1991, 1996 व 2000 में हरियाणा विधानसभा के सात बार सदस्य निर्वाचित रह चुके हैं।
इसके अतिरिक्त दो बार राज्यसभा तथा तीन बार लोकसभा के सांसद भी चुने जा चुके हैं। यह हमारे देश के केंद्रीय रक्षा मंत्री और केंद्रीय रेल मंत्री भी रहे जा चुके हैं। ईन्होंने हरियाणा में हरियाणा विकास पार्टी का गठन भी किया था।
5. श्री बनारसी दास गुप्त – बाबू जी के नाम से मशहूर बनारसी दास गुप्ता जी का जन्म जन्म 5 नवम्बर 1917 को तत्कालीन पंजाब के जींद जिले के मानेहरु गांव में लाला रामसरुप दास जी के घर हुआ। आपकी शिक्षा कितलाना, चरखी दादरी एवं पिलानी में हुई। ईन्होने ‘बिड़ला कॉलेज’, पिलानी में शिक्षा प्राप्त की थी। पंडित जवाहरलाल नेहरु के प्रेरणादायी भाषण से प्रभावित होकर ईन्होने अपनी पढ़ाई छोड़ दी और यह स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़े और संघर्ष समिति की स्थापना की। स्वतंत्रता आंदोलन में ईनको कई बार जेल भी जाना पड़ा।
बनारसी दास गुप्ता जी की गतिविधियां देखकर जींद रियासत में उन्हें 1941 ई. में गिरफ्तार करके फरीदकोट जेल में बंद कर दिया था। भारत छोड़ो आंदोलन में भी बनारसी दास गुप्ता ने भाग लिया और 1942 से 1944 ई. तक जेल में बंद रहे।
गुप्ता जी बिजली एवं सिंचाई, कृषि, स्वास्थ्य आदि विभिन्न विभागों के मंत्री रह चुके हैं। 1975 में इन्हें हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया गया। 1987 में एक बार फिर भिवानी से विधायक बने और उप-मुख्यमंत्री चुने गए। 1989 में एक बार फिर हरियाणा के उपमुख्यमंत्री रहे। सितम्बर 1990 में ईन पर एक जानलेवा हमला भी हुआ। 1996 में ये राज्य सभा के लिये चुने गए।
ईन्होने ‘पंचायती राज – क्यों और कैसे’ के नाम से एक पुस्तक भी लिखी, जो बहुत लोकप्रिय हुई।
89 वर्ष की आयु में 10 मई 2007 को हरियाणा का यह सपूत चिरनिद्रा में लीन हो गया।
7. श्री देवी लाल – ताऊ के नाम से भारतीय राजनीति में प्रख्यात देवीलाल जी का जन्म चौटाला गांव के बड़े जमींदार के घर में हुआ था। बचपन से ही ये राष्ट्रीय भावना से अनुप्राणित हो गए थे और सन 1930 में पढ़ाई छोड़ कर स्वयं सेवक बन गए। सन 1941-42 के आंदोलनों में ईन्होने कारावास भी भोगा। सन 1952 में ये कांग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में उभरे, परंतु सन 1962 में ये कांग्रेस के विरोधी के रूप में चुने गए। हरियाणा के निर्माण में ईनका सबसे बड़ा योगदान रहा है। ये भारत के उपप्रधानमंत्री भी रहे जा चुके हैं।
8. श्री भजनलाल – भजन लाल तीन बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे हैं। चौधरी भजनलाल का जन्म 6 अक्टूबर सन 1930 को कोरानवाली गांव, रियासत भावलपुर जो कि अब पाकिस्तान में है। वहां पर हुआ था।
इनके राजनीतिक जीवन की शुरूआत पंचायत समिति के अध्यक्ष पद से हुई थी। जहां ये सन 1963 से 1968 तक विराजमान रहे। भजनलाल हरियाणा के मुख्यमंत्री के पद पर लगभग 12 वर्षों तक आसीन रहे थे। मुख्यमंत्री रहकर इन्होंने हरियाणा के विकास में बहुत अधिक महत्वपूर्ण योगदान दिया तथा गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय की स्थापना ईन्ही के कार्यकाल के दौरान की गई थी।
11. श्री ओमप्रकाश चौटाला – ओमप्रकाश चौटाला का जन्म 1 जनवरी 1936 को हरियाणा के चौटाला, डबवाली, सिरसा, नामक गाँव में हुआ। ईनका जन्म सिहाग गोत्र के एक जाट परिवार में हुआ। चौटाला भारत के पूर्व उप-प्रधानमंत्री भी रहे जा चुके हैं। ईनके दो बेटे अजय व अभय और एक बेटी सुनीता हैं। ये चौधरी देवीलाल के बेटे हैं। ईनके पुत्र अभय, ऐलनाबाद से व ईनके पोते दुष्यंत चौटाला, विधायक व सांसद , हिसार से लोकसभा से हैं।
21. श्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा – हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व सांसद भूपेंद्र सिंह हुड्डा का जन्म 15 सितंबर 1947 को रोहतक जिले के सांघी गांव में हुआ था। ईनके पिता रणवीर सिंह हुड्डा भारत की संविधान सभा के सदस्य भी रहे हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के एक नेता हैं।
अब तक कुल 4 बार लोकसभा संसदीय क्षेत्र रोहतक से वे सांसद बने जा चुके हैं। यह 5 मार्च 2005 को हरियाणा के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन हुए थे। 28 अक्टूबर 2009 को उन्होंने लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी। वे मार्च 2005 से अक्टूबर 2014 तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। अक्टूबर 2009 में काँग्रेस के दोबारा जीतने पर उन्होनें दूसरी पारी की शुरुआत की जो कि हरियाणा के इतिहास में 1972 के बाद पहली बार था। 2014 के हरियाणा विधान सभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद 19 अक्टूबर 2014 को उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया।
23. श्री मनोहर लाल खट्टर – मनोहर लाल खट्टर का जन्म 5 मई, 1954 में रोहतक के निदाना गांव में हुआ था। साधारण से किसान परिवार से आने वाले खट्टर पंजाबी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। खट्टर का परिवार 1947 के भारत विभाजन के बाद पाकिस्तान से आकार रोहतक जिले के निदाना गाँव में बस गया था। खट्टर स्कूल की सभी गतिविधियों में काफी आगे थे। खट्टर डॉक्टर बनाना चाहते थे, पढ़ाई के इसी शौक के चलते खट्टर अपने परिवार में 10वीं पास करने वाले पहले सदस्य बने। मनोहर लाल खट्टर दसवीं पास करने के बाद दिल्ली में सदर बाज़ार में दुकानदारी करने लगे। साथ ही उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया।
26 अक्टूबर 2014 को उन्होने हरियाणा के 10वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के पहले ऐसे मुख्यमंत्री है जो गैर जाट समुदाय से आते हैं। 18 वर्ष बाद वे इस पद पर विराजमान होने वाले पहले गैर जाट नेता हैं। वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रह चुके हैं। हरियाणा विधान सभा में वे करनाल का प्रतिनिधित्व करते हैं। 2014 के हरियाणा विधान सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की विजय के पश्चात् विधायक दल द्वारा उन्हें नेता चुना गया तथा मुख्यमंत्री पद हेतु नामित किया गया।